FAQ's
इस तप में सभी उम्र के श्रावक श्राविका और बालक बालिकाए जुड़ सकते हैं |
जैन समाज के सभी लोग दुनिया भर में से कहीं से भी इस तप में जुड़ सकते हैं |
यह कल्याणक तप है.... वर्तमान चौवीशी के 24 तीर्थंकरो और विस विहरमान के पांचों कल्याणक के दिन आराधना करनी है।
जिसमें...
एक कल्याणक हो उस दिन एकासणा
दो कल्याणक हो उस दिन आयंबिल
तीन कल्याणक हो उस दिन आयंबिल व अगले दिन एकासणा
चार कल्याण हो तब उपवास करना है
पांच कल्याणक हो उस दिन उपवास व अगले दिन एकासणा करना है |
इस तप में जुड़ने के लिए आप को shalibhadra.org Website पर Visit करके फॉर्म भर कर रजिस्ट्रेशन करना है |
यह तप માગસર સુદ 11
तारीख 11/12/2024, से शुरू होगा
और
पूर्णहती માગસર સુદ 10
तारीख 30/11/2025 के दिन होगी |
इस तप में एकासणा, आयंबिल व उपवास के अलावा 20 नवकार वाली रोज की निम्न अनुसार गिननी है एवं जिस भगवान का कल्याणक हो उन प्रभु का नाम जाप के पद में खाली स्थान में जोड़ना
1. च्यवन कल्याणक हो तो : ॐ ह्रीं श्रीं.... परमेष्ठिने नमः ॥
2. जन्म कल्याणक हो तोः ॐ ह्रीं श्रीं.... अर्हते नमः ॥
3. दीक्षा कल्याणक हो तो : ॐ ह्रीं श्रीं .... नाथाय नमः ॥
4. केवलज्ञान कल्याणक हो तोः ॐ ह्रीं श्रीं .... सर्वज्ञाय नमः ॥
5. मोक्ष कल्याणक हो तो : ॐ ह्रीं श्रीं .... पारंगताय नमः ॥
जाप के अलावा ही साथ-साथ आपको 12 लोगस्स,12 सठिया है उसके ऊपर १२ फल, नैवेध तथा 12 खम्मासमण देने हैं |
जिस दिन कल्याणक नहीं है उस दिन कम से कम नवकारशी एवं चोविहर तो जरूर करना है साथ ही बाहर के अभक्ष्य, अनंतकाय कंदमूल होटल बेकरी आदि सभी चीजों का त्याग करना है |
यहां तप 12 मास (1 वर्ष) के लिए है |
हमारे द्वारा आपको एक PDF भेजी जाएगी जिसमें तारीख व तिथि के अनुसार उस दिन कौन से कल्याणक है और उस दिन आपको कौन से जाप, आराधना व तप करना है सभी जानकारी दी जाएगी |
जी, हा अगर आपका कोई और तप भी चल रहा है तो भी साथ में यह तप जोड़ सकते हो ( Note :- जिनका वर्षीतप चल रहा है वह ये तप में नहीं जुड़ सकते ) |
कल्याणाक तप की पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप shalibhadra.org Website पर Visit करें अथवा नीचे दिए गए नंबर पर हमें संपर्क करे 9324600430 |
जी, हा.....अगर कोई दिन की माला बाकी रहे जाए तो आप अगले दिन पूरी कर सकते हो...लेकिन आपको पूरी कोशिश करनी है की उस ही दिन सभी क्रिया पूरी हो जाए |
